आबकारी विभाग नाक के नीचे बिक रही धड़ल्ले से दारू है। आप पार्टी करेंगे आंदोलन । नेता अधिकारी की साझीदारी वाला विवादित चखना सेंटर फिर चालू
आबकारी विभाग नाक के नीचे बिक रही धड़ल्ले से दारू है। आप पार्टी करेंगे आंदोलन । विवादित चखना सेंटर फिर चालू
अवैध शराब का कारोबार अपने शबाब में आबकारी विभाग पर लग रहे हैं गंभीर आरोपl। सेटिंग के साथ चालू हुआ चखना सेंटर
धड़ल्ले से चल रहा है नेता और अधिकारियों साझेदारी वाला चखना सेंटर
अवैध शराब का कारोबार अपने शबाब में चल रहा है । आबकारी विभाग पर लग रहे हैं गंभीर आरोप । सेटिंग के साथ चालू हुआ चखना सेंटर
राजनांदगांव शराब जब से सरकार के हाथ में आई है लोगों को विश्वास था कि अब शराब का अवैध कारोबार पूर्ण रूप से खत्म हो जाएगा। पूर्व में शराब ठेकेदारों द्वारा अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए दूसरे ठेकेदारों की इलाके में अपने आदमी खड़ा कर गांव-गांव शराब बेची जाती थी । 2017 से रमन सरकार के समय से शराब को सरकार ही बेचने लगी
तर्क यह दिया गया जब सरकार शराब बेचेगी तो दुकानों से अवैध रूप से शराब बाहर कोच्चिया तक नहीं पहुंचेगी। लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। रमन सरकार के बाद भूपेश सरकार में शराब गांव-गांव बिक्री हैं और सीधे-सीधे अवैध शराब के कारोबार में आबकारी विभाग का हाथ नजर आ रहा है। नहीं तो शराब किस तरीके से गांव-गांव बिक सकती थी ।।क्योंकि अब शराब अब सिर्फ सरकार की दुकानों के हाथ में हैं फिर छत्तीसगढ़ प्रदेश की शराब कैसे गांव-गांव बिके रही है।
अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है जिसे आबकारी विभाग का सीधे सीधे हाथ नजर आ रहा है।
एक व्यक्ति को चार बंपर से ज्यादा शराब खरीदने का अधिकार नहीं है फिर हजारों बोतल शराब गांव तक कैसे पहुंच रही है। यह बड़ा सवाल उठ रहा है
थाना और आबकारी विभाग दोनों सेट हो चुका है शराब धड़ल्ले से गांव तक पहुंचती है और देशी और विदेशी पौवे आराम से शराब के शौकीनों को ब्लैक में मिल रहे हैं।
शराब बंदी की बात करने वाली सरकार में गांव-गांव में छोटे-छोटे बच्चों तक कोचिया के माध्यम से देसी विदेशी शराब बिक रही है।
शराब एक तो गरीबों के जेब में डाका है दूसरी तरफ शराब के नशे में अपराध हत्या लूट मारी बढ़ रही है।
मुश्किल की बात यह है कि करोना काल में लोगों के पास रोजगार नहीं है और लोगों को घर बैठे शराब मिलने के कारण लोगों को शराब पीने की आदत बढ़ रही है। जिसके कारण अपराध भी बढ़ रहे हैं। घरेलू हिंसा के आंकड़े भी बहुत अधिक बढ़ चुके हैं
सीधे-सीधे समझ आ रहा है की सरकार के निर्देश पर आबकारी विभाग खुलेआम शराब कोच्चिया के माध्यम से शराब बिकवाने के लिए बड़ी मार्केटिंग का धंधा जमा लिया है।
राजनांदगांव मैं शराब दुकान के बाजू में लगे विवादित चखना सेंटर भी चालू हो गया है।
चखना सेंटर की साझेदारी नेता और अधिकारियों के बीच हो गई है। कांग्रेस नेता भाजपा के कार्यकाल में इसी चखना सेंटर का विरोध कर रहे थे अब चखना सेंटर की गद्दी में कांग्रेसी नेता शामिल है जिसको अधिकारी संरक्षण दे रहे
सत्यदूत । आर पी न्यूज़। श्रम रेखा और त्रिपल पीन्यूज़ की रिपोर्ट